थायरॉइड की समस्या से कैसे हों मुक्त ?बेचैनी-असफलताओं से बचने के लिये अपने बाल-नाखून इधर उधर न फेंकें
थाइरोइड हमारे शरीर के एक ग्रंथि (gland) का नाम है | यह ग्रंथि (gland) थाइरोइड हॉर्मोन्स बनाता है | इन हॉर्मोन्स को T3 (triiodothyronine) और T4 (thyroxine) हॉर्मोन कहते हैं | यह ग्रंथि (gland) एक और Calcitonin नामक हॉर्मोन बनाता है | T3 और T4 हॉर्मोन्स हमारे शरीर की चयापचय क्रिया (metabolism) को नियंत्रित करते हैं | जब किसी मेडिकल कंडीशन की वजह से थाइरोइड ग्रंथि (gland) T3 और T4 हॉर्मोन्स कम बनाता है ,और इस वजह से blood में इन दोनों हॉर्मोन्स का level कम हो जाता है | तब शरीर की चयापचय क्रिया (metabolism) धीमी हो जाती है | इस कंडीशन को हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism ) कहते हैं | आम भाषा में इसे मोटापा बढ़ाने वाली थाइरोइड की प्रॉब्लम कहा जाता है |
बीमारी के लक्षण – COMMON SYMPTOMS 1 ) थकान का अनुभव। 2 ) अधिक ठण्ड लगना। 3 ) दिल की धड़कनों का धीमा होना। 4 ) काफी नींद आना। 5 ) याददाश्त कमज़ोर होना। 6 ) वज़न का बढ़ना। 7 ) मांसपेशियों में तनाव (muscle cramps) 8 ) बालों का झड़ना 9 ) मासिक धर्म (menstruation) के द्रव्य का अधिक मात्रा में निकलना। 10 ) बांझपन (infertility) 11 ) ध्यान लगाने में तकलीफ होना। 12 ) त्वचा का रूखा हो जाना। 13 ) तनाव। 14 ) उच्च रक्तचाप (high BP ) 15 ) हाई cholesterol levels 16 ) कमजोरी | अगर बच्चे को जन्म से यह बीमारी है तो ,बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास बहुत धीमा हो जाता है | और इसकी वजह से बच्चे को कई बड़ी बिमारियों का सामना करना पड़ सकता है |
हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism ) के लिए संजीवनी उपचार १. पहले आभा मंडल को साफ़ करें आभा मंडल को साफ़ करने के लिए संजीवनी रुद्राक्ष की सहायता से जनरल क्लींजिंग करेंगे या महा संजीवनी रुद्राक्ष की विधि आभामंडल साफ़ करेंगे | ya ब्रह्मांडीय ऊर्जा से स्नान भी कर सकते है | २. निम्नलिखित चक्रों को संजीवनी रुद्राक्ष या महा संजीवनी रुद्राक्ष की सहायता से "उपयुक्त ऊर्जा " से साफ़ करें : सहस्त्रात्र चक्र थर्ड आई चक्र आज्ञा चक्र विशुद्धि चक्र छोटा विशुद्धि चक्र अनाहत चक्र मणिपुर चक्र स्वादिष्ठान चक्र मूलाधार चक्र हाथों और पैरों के चक्र ३. निम्नलिखित चक्रों को संजीवनी रुद्राक्ष या महा संजीवनी रुद्राक्ष की सहायता से "उपयुक्त ऊर्जा " से उर्जित करें : सहस्त्रात्र चक्र आज्ञा चक्र विशुद्धि चक्र छोटा विशुद्धि चक्र अनाहत चक्र मणिपुर चक्र मूलाधार चक्र हाथों और पैरों के चक्र
जिन लोगों को संजीवनी उपचार की विधि नही आती है या उनके पास संजीवनी रुद्राक्ष नही है वो लोग निम्लिखित टिप्स को फॉलो कर सकतें है |(निम्लिखित सारी टिप्स को क्रम में नियमित फॉलो करने से लाभ मिलेंगे ) : १. नमक के पानी से स्नान करें | २. बेलपत्र को 10 मिनट अपलक देखें , उसके बाद शिवलिंग पर चढ़ा दें | ३. शिवलिंग को अपलक 5 -8 मिनट के लिए देखिये |
हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism ) का आयुर्वेदिक उपचार 1 . नारियल का तेल नारियल तेल हाइपोथायरायडिज्म (hypothyroidism ) में भी फायदेमंद है| नारियल के तेल में फैटी एसिड होता है ,जो थाइरोइड के कार्य को सुचारू करता है. साथ ही यह शरीर के मेटाबोलिज्म को भी बढ़ता है| इसका प्रयोग करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने खाने में इसका इस्तेमाल करे | 2 . Vitamin D Vitamin d कि कमी के कारण भी थाइरोइड कि समस्या हो जाती है| Vitamin D की पूर्ति के लिए आपको रोज सुबह सूरज की गुनगुनी धुप में बैठना चाहिए| यदि आप रोज केवल 15 मिनट भी बैठते है तो इससे आपका रोग प्रतिरोधक तंत्र (immunity system ) मजबूत होता है| साथ ही आपका मेटाबोलिज्म भी बढ़ता है | 3 . सेब का सिरका सेब का सिरका आपके हॉर्मोन को विनियमित(Regulate) करता है | थाइरोइड disorder की समस्या से निजात दिलाने के लिए भी यह अच्छा घरेलु उपचार है | इसके अलावा भी सेब के सिरके से कई स्वस्थ्य संबंधी समस्याए जैसे की मधुमेह, उच्च रक्तचाप, चोलेस्ट्रॉल आदि में फायदा मिलता है | 4 . एक्सरसाइज नियमित रूप से रोज कम से कम आधे घंटे एक्सरसाइज करनी चाहिए | एक्सरसाइज करने से मेटाबोलिज्म तेज हो जाता है |
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हमारी कुछ छोटी क्रियायें बड़ी बेचैनी का कारण बनती हैं. क्योंकि उनसे आभामंडल में विकार उत्पन्न होता है. *टूटे बाल*- कंघी करते समय या नहाते समय टूटने वाले बालों को कई लोग इधर उधर फेंक देते हैं. इस कारण वे प्रायः बेचैन या बीमार बने रहते हैं. दरअसल बालों में एनर्जी का घनत्व बहुत अधिक होता है. टूटकर अलग हो जाने के बाद भी वे आभामंडल की उर्जा से टुड़े रहते हैं. एेसे में बाल जब इधर उधर पड़े उड़ते रहते हैं तो अपने साथ जुड़े आभामंडल की उर्जाओं को खींचते रहते हैं. जिससे आभामंडल की उर्जा बार बार असंतुलित होती है. ये बेचैनी का एक बड़ा कारण होता है. साथ ही बालों के बिखराव से खिंचकर आभामंडल कई बार फट जाते हैं. ये असफलताओं और बीमारियों का बड़ा कारण बनता है. बालों उर्जाओं का घनत्व अधिक होने के कारण ही ब्लैक मैजिक करने वाले उनका दुरुपयोग करते हैं. किसी के बालों के जरिये उसका आभामंडल दूर बैठकर भी नियंत्रित किया जा सकता है. टूटे बालों को इकट्ठा करके उन्हें धो दें. धोने से आभामंडल से उनका लिंक टूट जाता है. उसके बाद उन्हें डस्टविन में फेंक दें. जब कभी बाल कटवाने सैलून में जायें तो वहां से लौटकर नमक के पानी से तुरंत नहायें. आभामंडल को बिगड़ने से बचाने के लिये ये बहुत जरूरी है. क्योंकि सैलून में कटे बालों के जरिये तमाम लोगों के आभामंडल एक दूसरे में मिक्स हो जाते हैं. खराब आभामंडलों की दूषित उर्जायें दूसरों को भी प्रभावित कर देती हैं. *कटे या टूटे नाखून*- बालों की तरह नाखून की उर्जाों का घनत्व भी अधिक होता है. इसी कारण ये भी तेजी से बढ़ते हैं. शरीर से अलग होने के बाद भी नाखून आभामंडल की उर्जाओं से जुड़े रहते हैं. जब उन्हें इधर उधर फेंक दिया जाता है तो वे आभामंडल की उर्जाओं को उलझाते रहते हैं. जिससे आभामंडल की आकृत्ति बिगड़ती है. यह स्थिति बेचैनी और बीमारी का बड़ा कारण बनती है. नाखून के साथ उलझे आभामंडल की उर्जायें कई बार फट जाती हैं. जिसके कारण लोगों के जीवन में बार बार असफलतायें उत्पन्न होती हैं. जब भी नाखून टूट जायें या उन्हें काटकर अलग करें तो इधर उधर न फेकें. उन्हें धोकर आभामंडल के साथ उनका लिंक खत्म करें. फिर डस्टविन में फेकें. *सबका जीवन सुखी हो, यही हमारी कामना है*.
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कई बार लगातार बुरे अनुभव हो रहे होते हैं. या अज्ञात भय परेशान करता है. एेसा आभामंडल के भीतर उर्जाओं के रिसाव के कारण होता है. आभामंडल में हर क्षण प्राकृतिक रूप से उर्जा शोधन कार्य हो रहा होता है. इसके लिये आभामंडल के भीतर 180 डिग्री पर उर्जा की नालियां बनी होती हैं. जिनकी स्थिति बदलती रहती है. जब कभी सफाई वाली ये नालियां घूमती हुई सकारात्मक उर्जाओं के क्षेत्र में पहुंच जाती हैं तो जरूरी उर्जाओं को बाहर निकाल फेंकती हैं. इस कारण उर्जा की कमी हो जाती है. जिससे बार बार बुरी स्थितियां पैदा होती हैं. अनावश्यक विवाद या विरोधी पैदा होते हैं. आत्मबल कमजोर होता जाता है. अज्ञात भय परेशान करता है. अपने भी पराये से लगने लगते हैं. कई बार तो बीमारियां लग जाती हैं. कई बार कानूनी परेशानियां उत्पन्न होती हैं. कुछ लोग खतरनाक तंत्र के शिकार हो जाते हैं. देखने में आता है कि एेसी दशा में प्रायः लोग अपने ही गलत फैसलों का शिकार हो जाते हैं. ज्योतिष वाले इसे खराब ट्रांजिट का नाम देते हैं. आभामंडल से अच्छी उर्जाओं का यह रिसाव बहुत घातक होता है. इसे तुरंत रोका जाना चाहिये. जो लोग उर्जा विज्ञान के जानकार हैं वे मूलाधार, आज्ञा चक्र और प्लीहा चक्रों को लगातार उपचारित करें. जो एेसा करना नही जानते उनके लिये सरल घरेलू उपाय बता रहा हूं. अतींद्रीय रूप से देखने से पता चलता है कि आभामंडल की प्राकृतिक सफाई करने वाली उक्त उर्जा नालियों की उर्जायें नारियल और अखरोट की उर्जाओं की समधर्मी होती हैं. खासतौर से अखरोट की उर्जा इन उर्जा नालियों के प्रवाह में गतिरोध पैदा करती है. जिससे अच्छी उर्जाओं का रिसाव कम हो जाता है. जटा वाले नारियल की उर्जा भी इसी तरह का प्रभाव डालती है. *उपयोग विधि...* शिव गुरू को साक्षी बनायें. कहें- *हे शिव आप मेरे गुरू हैं मै आपका शिष्य हूं. मुझ शिष्य पर दया करें. आपको साक्षी बनाकर भय और परेशानियों से मुक्ति के लिये एनर्जी गुरू जी द्वारा वर्णित विधि अनुसार नारियल- अखरोट की उर्जाओं का उपयोग कर रहा हूं. इसकी सफलता हेतु मुझे दैवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करें*. अखरोट या नारियल ( जिसका उपयोग कर रहे हों) उससे उर्जा उपचार का आग्रह करें. कहें- *हे दिव्य नारियल या अखरोट मै उर्जा उपचार हेतु आपका उपयोग कर रहा हूं. आप मेरेंर आभामंडल की शोधन प्रक्रिया को व्यवस्थित करके सर्वोत्तम करें. मुझे भय- परेशानियों से मुक्त करें.* इसके बाद नारियल या अखरोट को बहते पानी में प्रवाहित कर दें. एेसा 4 दिन करें. नारियल उपयोग कर रहे हैं तो एक बार में एक नारियल लें. यदि अखरोट का उपयोग कर रहे हैं तो एक बार में 4 अखरोट लें. यदि बहता पानी उपलब्ध न हो तो नारियल या अखरोट घर से बाहर के किसी मंदिर के शिवलिंग पर अर्पित करें. तब प्रयोग को लगातार 9 दिन दोहरायें. प्रयोग करने के बाद भगवान शिव को धन्यवाद दें. अपने आभामंडल को धन्यवाद दें. नारियल या अखरोट को धन्यवाद दें. पंचतत्वों को धन्यवाद दें. विधि से अवगत कराने के लिये मुझे धन्यवाद दें. *सबका जीवन सुखी हो, यही हमारी कामना है*.