नीबू काटकर शादी और रोजगार की रुकावटें हटायें
नीबू में उर्जा शोधन का विशेष गुण होता है. इसी कारण अनादि काल से टोने टोटकों में सफलतापूर्वक नीबू का प्रयोग होता आ रहा है. वैसे तो इसके बहुत सारे प्रयोग हैं. आज मै रोजगार और शादी व्याह की रुकावटें हटाने के लिये इसका घरेलू उपयोग बता रहा हूं. ध्यान से अपनायें. अब तक अनगिनत लोगों ने इसका लाभ उठाया है. जो लोग रोजगार चाहते हैं वे इस प्रयोग को किसी शनिवार से आरम्भ करके 11 दिन लगातार करें. जो लोग शादी की रुकावट हटाने के लिये करना चाहते हैं. वे किसी गुरूवार से आरम्भ करके 16 दिन लगातार करें. उर्जाओं में दोबारा मिलावट न होने पाये इसलिये प्रयोग के दिनों में किसी तरह का नशा न करें. नानवेज न खायें. अतींद्रीय रूप से देखने से पता चलता है कि बेरोजगारी और शादी व्याह की रुकावटों की उर्जायें एक जैसी होती हैं. दोनों ही भावनात्मक कारणों से उत्पन्न होती हैं. दोनों ही मामलों में समस्या का मुख्य कारण मणिपुर चक्र और अनाहत चक्र में दिखता है. जो प्रयोग मै बता रहा हूं इसमें मणिपुर और अनाहत चक्रों की सफाई और उर्जन के तीब्र गुण हैं.
*विधि...* इसे महासाधना से पहले करें तो बड़े ही जबरदस्त परिणाम मिलते हैं. महासाधना में बैठने से पहले बड़े आकार का एक नीबू लें. जो कहीं से दागी न हो. देखने में सुडौल और स्वस्थ हो. उसके चार टुकड़े कर लें. चारों टुकड़े हाथ में अलग अलग रखें. फिर प्रयोग शुरू करें. 1. भगवान शिव से प्रयोग की सफलता का आग्रह करें. कहें- *देवों के देव महादेव आपको साक्षी बनाकर मै रोजगार पाने ( यदि शादी के लिये कर रहे हैं तो कहें... सुयोग्य जीवन साथी पाने) के लिये एनर्जी गुरू राकेश आचार्या जी द्वारा वर्णित उर्जा शोधन प्रयोग कर रहा हूं. इसकी सफलता हेतु मुझे दैवीय सहायता और सुरक्षा प्रदान करें.* 2. हाथ में लिये नीबू के टुकड़ों से उर्जा शोधन का आग्रह करें. कहें- *हे दिव्य प्राकृतिक उर्जा शोधक नीबू मेरे आभामंडल और उर्जा चक्रों की सफाई करें. सुखी जीवन में रुकावट उत्पन्न करने वाली नकारात्मक उर्जाओं का निष्कासन करके उनकी ग्राउंडिंग कर दें.* उसके बाद किसी बर्तन में नीबू के टुकड़े रखकर अपनी दायीं तरफ रख लें. फिर महासाधना सम्पन्न करें. 3. महासाधना के बाद नीबू के चारों टुकड़े लेकर किसी चौराहे पर जायें. जिन चौराहों के बीच में चबूतरा बना हो या पेड़ लगे हों वहां ये प्रयोग न करें. सिर्फ उन्हीं चौराहों पर प्रयोग करें जहां के चारो रास्ते एक दूसरे को बिना रूकावट क्रास कर रहे हों. चौराहे के बीच में खड़े होकर एक एक टुकड़ा चारो दिशाओं में फेंक दें. वहां से वापस लौटते समय पीछे मुड़कर न देखें और रास्ते में किसी से बात न करें. अन्यथा नीबू के साथ फेंकी गई नकारात्मक उर्जायें वापस लौटकर साथ आ सकती हैं. चौराहे पर प्रयोग करके लौटते समय मन ही मन अपनी सफलताओं के लिये भगवान शिव को धन्यवाद दें. धरती मां को धन्यवाद दें. पंचतत्वों को धन्यवाद दें. प्रकृति को धन्यवाद दें. विधि से परिचित कराने के लिये मुझे धन्यवाद दें. *सबका जीवन सुखी हो, यही हमारी कामना है*.