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मां दुर्गा के वह 32 नाम जो हर संकट से बचाते हैं...

मां भगवती ने अपने ही बत्तीस नामों की माला के एक अद्भुत गोपनीय रहस्यमय किंतु चमत्कारी जप का उपदेश दिया जिसके करने से घोर से घोर विपत्ति, राज्यभय या दारुण विपत्ति से ग्रस्त मनुष्य भी भयमुक्त एवं सुखी हो जाता है।दरअसल, दानव महिषासुर के वध से प्रसन्न और निर्भय हो गए त्रिदेवों सहित देवताओं ने प्रसन्न भगवती से ऐसे किसी अमोघ उपाय की याचना की, जो सरल हो और कठिन से कठिन विपत्ति से छुड़ाने वाला हो। तब मां ने श्री दुर्गा बत्तीस नामवली का राज द‍िया था। माना जाता है कि जो भी दिल से एकाग्रिचित होकर इस नामवाली का मनन करता है, वह इस सांसारिक जीवन में आध्यात्‍मि‍क सुख की प्राप्ति करता है। वैसे इन नामों को एक साथ दुर्गाद्वात्रिंशन्नाममाला कहा जाता है जो भय औरऔर विपत्ति नाशक है। मां भगवती को अपने यह 32 ना म अति प्रिय हैं। इन्हें सुनकर वे पुलकित हो जाती हैं। वर्षभर में आने वाली किसी भी नवरात्रि में अथवा प्रतिदिन श्री दुर्गा माता , भगवती की उपासना करने से हर व्यक्ति को मनइच्छित फल प्राप्त होते हैं।इस नाम स्त्रोत का प्रभाव अत्याधिक लाभदायक है। इस अद्भुत स्त्रोत द्वारा जीवन के हर कष्ट व दुखों से हम तुरंत बाहर निकल सकते हैं। इस मंत्र स्त्रोत को न सिद्ध करने की आवश्यक्ता है न स्थान शुद्धि की और न किसी विशेष विधान की। यह अपने में स्वत: सिद्ध है। इसका परिणाम तत्काल देखा जा सकता है।कोई अगर शत्रुओ के मध्य फंस गया हो, भीषण अग्निके मध्य हो, रास्ता भटक गया हो, कर्ज से न निकल पा रहा हो, गम्भीर रोग से त्रस्त हो, विष भय हो, धन-व्यापार आदि में निरंतर हानि हो रही हो, मृत्यु शय्या पर हो, किसी व्यसन से ग्रस्त हो, कैद या बंदी हो, किसी ऊपरी बाधा से परेशान हो - इस नामवाली का जाप सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति दिलाने वाला है।

कैसे करें मां दुर्गा के पावन नाम ?-

किसी भी दिन या नवरात्रि में स्नानादि कार्यों से निवृत्त होने के बाद कुश या कंबल के आसन पर पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह करके बैठें।  तत्पश्चात घी का दीपक जलाएं तथा मां दुर्गा को प्रिय उनके नामों की 5, 11 या 21 माला का जाप निरंतर नौ दिन तक करें।इसके साथ ही माता से अपनी सभी मनोकामना पूर्ण करने की याचना करें।कोई भी व्यक्ति परेशानी या कठिनाई के समय में इन 32 नामों का उच्चारण करता है, तो कुछ ही समय में उसके सभी दुख दूर हो जाते है और वो आनंदपूर्वक जीवन व्यतीत करता है।

मां भगवती के 32 नाम;-

 1. दुर्गा 2.दुर्गतिशमनी,  3.दुर्गाद्विनिवारिणी,  4. दुर्ग मच्छेदनी, 5.दुर्गसाधिनी, 6.  दुर्गनाशिनी,7.  दुर्गतोद्धारिणी, 8.दुर्गनिहन्त्री, 9. दुर्गमापहा,10. दुर्गमज्ञानदा,11. दुर्गदैत्यलोकदवानला,12. दुर्गमा,13. दुर्गमालोका,14. दुर्गमात्मस्वरुपिणी, 15. दुर्गमार्गप्रदा, 16.  दुर्गम विद्या,17.  दुर्गमाश्रिता,  18. दुर्गमज्ञान संस्थाना, , 19.दुर्गमध्यान भासिनी,20.  दुर्गमोहा,21.  दुर्गमगा, 22.दुर्गमार्थ स्वरुपिणी , 23. दुर्गमासुर संहंत्रि , 24. दुर्गमायुध धारिणी , 25. दुर्गमांगी , 26. दुर्गमता , 27. दुर्गम्या , 28. दुर्गमेश्वरी , 29. दुर्गभीमा , 30. दुर्गभामा , 31. दुर्गमो , 32. दुर्गोद्धारिणी ।

...SHIVOHAM...



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