साधना रहस्य-बेर के पेड़ का बाँदा
इस दुनिया में हर एक पेड़ पौधे में गजब की शक्ति बताई गई है बल्कि तंत्र शास्त्र में कुछ ऐसी चीजें भी बताई गई हैं जिनको अगर इस्तेमाल किया जाए, अपने पास रख लिया जाए। इससे बहुत ही ज्यादा सफलता प्राप्त होती है। यानी कि इन चीजों को पास रखने वाला व्यक्ति जो भी मनोकामना करता है जो भी उसके मन में दिमाग चलता है। तंत्र शास्त्र में हर एक पेड़ पौधे को गजब की शक्तियों से पूर्ण बताया गया है।इस दुनिया में जितने भी पेड़ पौधे हैं, बहुत ही अधिक शक्ति बताई गई है। लेकिन काफी लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती है। कुछ पौधे तो ऐसे होते हैं जो बढ़ेगी ज्यादा दुर्लभ तरीके से उत्पन्न होते हैं। यानी कि उन्हीं की आवश्यकता नहीं पड़ती है।बांदा एक परजीवी पौधा होता है जो भूमि में ना उग कर किसी पेड़ पर उगता है। यूं तो यह आपको यदा-कदा दिखाई दे जाएगा लेकिन कुछ विशेष पेड़ों पर 'बांदा' दिखाई देना दुर्लभ होता है। वनस्पति शास्त्र में इन विशेष पेड़ों जैसे पीपल, बरगद, बेर, अनार, गूलर, नीम, आम, बिल्व इत्यादि का बांदा चमत्कारिक प्रभाव वाला होता है। इन्हें बनने में, इन्हें उत्पन्न होने में मिट्टी की आवश्यकता नहीं होती है। यह किसी भी पेड़ पर अपने आप ही उसकी टहनी पर हो जाते हैं। जैसे कि आपने कुछ भी काफी बार देखा होगा कि आम के पेड़ पर टहनी पर पीपल का पेड़ बाँदा कहलाता है। यानी कि आम के पेड़ का यह बाँदा है। वैसे तो हर एक पेड़ पर बांदा निश्चित ही होता है जैसे कि नीम के पेड़ पर पीपल के पेड़ पर । अगर आपको अशोक, पीपल, अनार, वट, गूलर, आम, बड़, हरसिंगार, आंवले आदि पेड़ों पर यदि ये बांदा नाम का परजीवी पौधा लगा मिल जाए तो, एक दिन पहले निमंत्रण देकर इसे किसी शुभ मुहुर्त में अपने घर ले आएं । लेकिन कब और कैसे यह किसी जानकार से पूछ कर ही करें । दरअसल, इन वनस्पतियों का व्यापक प्रभाव इंसान के शरीर और सुख- समृद्धि पर पड़ता है । तंत्र शास्त्र में अलग -अलग पेड़ पर लगे बांदे के विशेष प्रयोग बतायें गये हैं ।
विभिन्न वृक्षों के बांदा और उनके उपयोग 1- बेर का बांदा-
अगर बेर के पेड़ का बांदा आपको मिल जाता है तो आपके जीवन में कितना भी कठिनाई क्यों ना हो।इससे सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है। यानि कि उसकी ऐसी कोई भी मनोकामना नहीं होती है जो पूर्ण ना हो ।बेर के बांदे को विधिवत तोड़ कर लाने के पश्चात देव प्रतिमा की तरह इसको स्नान करवाएं व पूजा करें, इसके बाद इसे लाल कपड़े में बांधकर धारण कर लें, आप जो भी इससे मांगेंगे वह सब आपको प्राप्त होते रहेगा, बेर के वृक्ष का बंदा स्वाति नक्षत्र में लाकर पूजा के बाद अपने घर में किसी गुप्त स्थान पर रखने से दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति होने लगती है ।
लाभ और प्रयोग विधि:
बाँदा सौभाग्य से ही मिल सकता है।यदि कहीं दिख जाये, तो स्वाती नक्षत्र में विधिवत निमंत्रण देकर घर लाना चाहिए। घर आकर देव-प्रतिमा-स्थापन की संक्षिप्त विधि से स्थापन करके पंचोपचार/षोडशोपचार पूजन करें।इसके बाद ग्यारह माला शिव पंचाक्षर एवं ग्यारह माला देवी-नवार्ण मंत्रों का जप,हवन,तर्पण,मार्जन सम्पन्न करके कम से कम एक ब्राह्मण और एक दरिद्रनारायण को भोजन दक्षिणा सहित प्रदान करें।इस प्रकार आपका कार्य पूरा हो गया।अब, जब भी आवश्यकता हो,उस पूजित काष्ठ में से थोड़ा अंश काट कर लाल या पीले कपड़े या तांबे के ताबीज में भरकर प्रयोग कर सकते हैं।कल्याण भावना से (व्यापार नहीं)किसी को दे भी सकते हैं।इस बदरी-बाँदा का एक मात्र कार्य है- मनोनुकूलता प्रदान करना यानि किसी से कुछ सहयोग लेना हो,कोई कार्य करवाना हो तो विधिवत धारण करके उस व्यक्ति के पास जाकर अपने इष्ट मंत्रों का मानसिक जप करते हुए प्रस्ताव रखना चाहिए। 2- बरगद का बांदा;-
यह बांदा बाजू में बांधने से हर कार्य में सफलता मिलती है और कोई भी धारण करने वाले को हानि नहीं पहुंचा सकता । 3- हरसिंगार का बांदा;-
यह बांदा बहुत ही पावरफूल होता है इसलिए काफी मुश्किल से मिलता है । यदि हरसिंगार के बांदे को पूजा करने के बाद लाल कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें तो आपको कभी धन की कमी नहीं होगी । हरसिंगार का बंदा मघा नक्षत्र में लाकर उसे धूप दीप से पूजन कर, घर में रखने से गरीबी व दरिद्रता का नाश हो जाता है ।
4- अनार का बांदा;-
इस बांदे को पूजा करने के बाद घर में रखने से किसी की बुरी नजर नहीं लगती और न ही भूत-प्रेत आदि नकारात्मक शक्तियों का घर में प्रवेश होता है ।
5- आंवले का बांदा;-
आंवले के बांदा को भुजा में बांधने से चोर, डाकू, हिंसक पशुओं का कभी बी डर नहीं रहता ।
6- नीम का बांदा;-
अगर आपका कोई दुश्मन है और वह आपको बार बार परेशान कर रहा हो तो, नीम के बांदे को अपने उस दुश्मन से स्पर्श करा दें तो शीघ्र ही उसके बुरे दिन शुरु हो जाते हैं ।
7- आम का बांदा;-
इस पेड़ के बांदे को भुजा पर धारण करने से कभी भी आपकी हार नहीं होती और हमेशा विजय प्राप्त होती रहेगी । जिन पति-पत्नी में आपस में प्रेम नहीं है व घर में कलह रहता है वे उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में आम का बंदा लाकर दाईं भुजा में धारण करें तो दोनों का जीवन सुखमय हो जायेगा है ।
8- कुश का बांदा;-
कुश का बंदा भरणी नक्षत्र में लाकर विधिवत पूजा करें फिर ऊँ नमो धनदाय स्वाहा, इस मंत्र की ग्यारह माला करके इस मंत्र की 108 बार आहूति देकर बांदे को लाल या पीले कपड़े में रखकर उसमें कुछ पैसे, एक हल्दी गठान, चावल आदि से एक पोटली बनाकर अपनी तिजोरी में रख दें, आपके घर में धन-धान्य की जीवन भर कमी नहीं रहेगी ।
9- गूलर का बांदा;-
गूलर के वृक्ष का बंदा रोहिणी नक्षत्र में लाकर विधिवत पूजन करके अपने घर के मंदिर में रखने से धन-वृद्धि होने लगती है । 10-पलाश का बांदा;-
पलाश के वृक्ष का बंदा होली के दिन लाकर विधिवत पूजा करके अपने घर के अन्न भंडार में रख दें, धन-धान्य की वृद्धि होती रहेगी ।
...SHIVOHAM..
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