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साधना रहस्य- महादेव की मनोकामना/नकारात्मक ऊर्जा से शरीर की सफाई ...


महादेव की मनोकामना;-

05 FACTS;-

1-इसीलिए इस प्रयोग की यह खासियत है कि अगर आपके जीवन में गृह दोष हैं या आप अपने जीवन में भूत-प्रेत आदि समस्याओं से परेशान हैं अर्थात जीवन में कुछ शत्रुओं ने ऐसी क्रियाएं करवा दी हैं जिससे भूत प्रेत आदि उनके पीछे लग तो आपको सत्य यह है कि जितने भी भूत-प्रेत आदि होते हैं, यह भगवान शिव के भक्त होते हैं और उनके भक्तों को जरा भी हानि नहीं पहुंचा सकते हैं और अगर आपके जीवन में भूत-प्रेत आदि की समस्या है तो बस आप इस प्रयोग को करके देखें। तुरंत ही आपको परिणाम खुद ही देखने को मिल जाएगा क्योंकि इससे इतनी ज्यादा राहत आपको प्राप्त हो जाएगी कि मन बिल्कुल ही शांत हो जाएगा। अब भी अगर आपकी कोई मनोकामना है।या किसी कार्य में आप अटके हुए हैं तो उन सभी चीजों के लिए भी इस प्रयोग का इस्तेमाल किया जा सकता है।

2-इस प्रयोग को करने के लिए सर्वप्रथम आपको एक एकांत स्थान को चुनना है। इसे आप अपने घर के मंदिर में भी कर सकते हैं। अगर आपको कोई बिल्कुल भी डिस्टर्ब ना करें तो ज्यादा अच्छा है। रात का समय हो या फिर सुबह का समय। अपनी सुविधानुसार आप रात का या सुबह का समय चुने । कई लोग सुबह जल्दी नहीं उठ पाते हैं। रात को 10:00 बजे के बाद कोई भी समय चुना जा सकता है और अगर आप सुबह उठ सकते हैं तो ब्रह्म मुहूर्त का समय सबसे ज्यादा अच्छा है। एकांत जगह चुन कर आपको नहा धोकर ही करना है। अगर आप निभा ना सके तो मुंह हाथ पैर धो कर भी इस प्रयोग को आप कर सकते हैं। इसमें जरा भी कठोर नियम की आवश्यकता नहीं है क्योंकि यह भोलेनाथ का प्रयोग है तो ज्यादा कठोर नियम की भी आवश्यकता नहीं होती है। भोलेनाथ तो भक्ति से ही प्रसन्न हो जाते हैं और इसीलिए तो उन्हें देवों के देव महादेव कहा जाता है और जितने भी महादेव भक्त हैं ;वह तो निश्चित तौर पर इस क्रिया को इस प्रयोग को अपने जीवन का हिस्सा जरूर बना ले क्योंकि इससे भगवान शिव की कृपा नियमित ही जीवन पर बनी रहती है और भगवान शिव के दर्शन होते हैं ।

3-अगर आपके मन में बहुत ही ज्यादा भगवान शिव के प्रति भक्ति है तो इससे निश्चित ही महादेव आप को दर्शन दे देंगे। काफी लोग यह चाहते हैं कि उन्हें महादेव के दर्शन प्राप्त हो जाए तो यह ऐसी ही क्रिया है कि भगवान शिव के संपूर्ण प्रेम को आपको दिला देगी। भगवान शिव के भक्त चिंता कभी भी नहीं करते हैं चाहे जीवन में कोई भी परेशानी हो। तो चिंता को आप निकाल दें।इस क्रिया को करते ही सभी समस्याएं समाप्त होनी बिल्कुल निश्चित है। इसमें कोई भी संदेह नहीं है तो आपको भगवान शिव की कोई भी मूर्ति तस्वीर स्थापित करने के बाद रोजाना भगवान शिव के सामने एक घी का दीपक जलाना है।जब आप यह प्रयोग को करेंगे तो आपको ज्यादा कुछ चीजें चढ़ाने की आवश्यकता नहीं है।केवल आपको 21 नीम के पत्ते भगवान शिव को चढ़ाने हैं। और अगर आप यह प्रयोग रात को करेंगे तो रात को नीम के पत्ते चढ़ा कर आपको यह प्रयोग शुरू करना है।

4-आपको करना यह है कि दीपक की लौ को देखते हुए आपको इस मंत्र का उच्चारण करना है -''ओम हौम जूम सह नमः शिवाय''।हौं [प्रसादबीज या शिवबीज]: -इस प्रसाद बीज में ह्= शिव, औ= सदाशिव एवं बिंदु= दुखहरण है… इस प्रकार इस बीज का अर्थ है,भगवान शिव एवं सदाशिव मेरे दुखों को दूर करें ।बस दीपक की लौ को देखते हुए इस मंत्र का जाप कम से कम 10-15 मिनट करते जाएं। अपने ध्यान को पूरी तरह से दीपक के लौ पर टिका दें। उसके बाद आंखें बंद करके अपनी थर्ड आई पर भगवान शिव को देखकर इस मंत्र का उच्चारण करते जाएं। कम से कम आधा घंटा इस प्रयोग को आपको करना है और अगर एक घंटा कर सकते हैं तो ज्यादा अच्छा है। इसमें इस बात का ध्यान रखें कि भगवान शिव के सामने किसी भी प्रकार की चिंता आपको बिल्कुल भी नहीं करनी है। सबसे पहले तो आप इस बात को जान ले कि भगवान शिव के सामने कोई भी प्रकार की समस्या हो ,कष्ट हो -वहां पर जाकर टिक नहीं सकती है। तो आपको वहां पर कोई भी कष्ट चिंता परेशानी लेकर बिल्कुल भी नहीं जाना है। सब कुछ यहीं पर छोड़ देना है यानी तब आपका दीपक की लौ पर बिल्कुल ध्यान लग जाएगा। फिर आंखें बंद कर कर भगवान शिव को देखते हुए इस मंत्र का उच्चारण शुरू कर दें और बिल्कुल निश्चिंत हो जाए। भगवान शिव से कुछ भी मांगने की, कहने की ,कुछ भी बोलने की जरूरत नहीं है।बस जब इस प्रयोग को शुरू करेंगे तब संकल्प में आप अपनी समस्या को बोल सकते हैं।हाथ में जल लेकर संकल्प कह सकते हैं कि ''भगवान शिव का यह प्रयोग मैं करने जा रहा हूं और यह आपकी समस्या है तो उसके लिए यह प्रयोग कर रहा हूं। तो इस प्रकार से रोजाना इस प्रयोग को किया जा सकता है।

5-यह आप पर निर्भर करता है कि किस चीज के लिए आप इस प्रयोग को करना चाहते हैं क्योंकि जो भगवान शिव के भक्त हैं, उन्हें महादेव की आवश्यकता है । वे केवल महादेव के दर्शन प्राप्ति हेतु इस प्रयोग को करते हैं।लेकिन कष्टों को दूर करने के लिए भी इस प्रयोग को किया जा सकता है । इस बात का ध्यान रखें कि जब भगवान शिव को आप देखेंगे तो कम से कम आधा घंटा जाप करने के बाद आपको नीम के पत्तों को वहीं पर छोड़ देना है और जमीन को छूकर अपने हाथों से लगा लेना है।फिर आपको इस बात का ध्यान रखना है कि जैसे ही आपकी आंखें खुलती हैं, आंख खुलते ही आपको अपनी आंखों को पानी से धो लेना है और उन नीम के पत्तों को चबा चबाकर खाना है। यानी कि उसके रस को निगल जाना है।लेकिन आपको यह चीज बिल्कुल जैसे ही आंखें खुलती है उठते ही करनी है।अगर कोई भी समस्या के लिए कर रहे हैं तो 21 दिन करने की आवश्यकता है।और भगवान शिव का हमेशा ही प्रेम पाना चाहते हैं तो बस इस क्रिया को अपने जीवन का हिस्सा बना ले क्योंकि यह रामबाण अचूक तंत्रोक्त प्रयोग है जो हर प्रकार के सुख की प्राप्ति कराता है।यह भगवान शिव की बहुत ही ज्यादा खास संजीवनी साधना है जिससे कई बार कुंडलनी जागरण भी हो जाता। इस प्रकार इस क्रिया को करके कोई भी कार्य करवाया जा सकता है। कोई भी मनोकामना पूर्ति की जा सकती है।

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नकारात्मक ऊर्जा से शरीर की सफाई किस प्रकार करनी है?-

02 FACTS;-

1-तंत्र साधना में नींबू का इस्तेमाल बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण बताया गया है।अगर आपको ऐसा लगता है कि जहां पर आप बैठ कर कार्य करते हैं और वहां पर नकारात्मक ऊर्जा हैं,दुर्भाग्य ने आपको घेर लिया है;माता लक्ष्मी की प्राप्ति आपको नहीं हो पाती है । या किसी न किसी ने आप पर कुछ कर दिया है तो आप नींबू का सरल सा प्रयोग बस शुरू कर दें। आपको केवल इतना करना है एक नींबू रोज लेना है। इस नींबू को अपने मस्तक पर लगाना है। अपने शरीर के हर हिस्से पर लगाना है क्योंकि नींबू में ऐसी गजब की शक्ति होती है कि वह नकारात्मक ऊर्जा को तुरंत ही सोख लेता है। अपने शरीर के सभी हिस्सों पर खासकर शरीर के जो सात चक्र होते हैं वहां पर इस नींबू को आपको 21 बार लगाना है। इससे उस चक्र की जो ब्लॉकेज होती है ;वह दूर हो जाती है। सब करने के बाद बिल्कुल आपको इस तरह से सोचना है कि आपके शरीर से जितनी नकारात्मक ऊर्जा और जो दुर्भाग्य है या जिन चीजों से आप परेशान हैं। वह सब कुछ नींबू में समा रही है। कम से कम 10 मिनट तक बिल्कुल आपको बैठकर शांति से प्रयोग करना है। उसके बाद इस नींबू को एक झटके में काट कर कहीं भी कचरे के स्थान में फेंक देना है।

2-इस बात का ध्यान रखना है कि सड़क पर इस नींबू का आपको नहीं फेंकना है क्योंकि इसमें नकारात्मक ऊर्जा होंगी तो जो व्यक्ति इस पर चढ़ जाएगा उसी को वह नकारात्मक ऊर्जा लग जाएंगी । आपको बिल्कुल भी ऐसा नहीं करना है। और यह बात भी ध्यान रखनी है कि जब नींबू काट देंगे तो चाकू पर नींबू का रस लग जाएगा। आपके हाथों पर भी थोड़ा सा लग सकता है तो आपको अपने हाथ बिलकुल अच्छी तरह से साबुन से धो लेना है क्योंकि यह बात आप ध्यान रखें कि नींबू का रस किसी माध्यम से नहीं लेना है। बस इन सभी चीजों को ध्यान रखना है। इस प्रयोग को करने से नौकरी की प्राप्ति होती है, व्यवसाय से चलता है।इससे ऐसे योग बनते हैं कि अचानक से कहीं ना कहीं से धन की प्राप्ति होती है और कहीं ना कहीं से अवश्य ही 21 दिन के अंदर खुशखबरी अवश्य प्राप्त होती है। यह प्रयोग जितने सरल हैं उतने ही ज्यादा पावरफुल है और पुराने जमाने में तो इन्हें हर कोई करता ही रहता था। अगर आपके जीवन में कोई परेशानी भी नहीं है। तब भी प्रयोग करके तुरंत ही इसके लाभ खुद भी देख सकते हैं। जैसे ही प्रयोग को करेंगे 5 मिनट के अंदर आपका मन बिल्कुल शांत हो जाएगा। आपके दिमाग में जो भारीपन रहता था ,बिल्कुल दूर हो जाएगा ।

....SHIVOHAM.....

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