top of page

Recent Posts

Archive

Tags

साधना रहस्य-हनुमान चालीसा का 11 बार बोल बोलकर जाप करना -

हनुमान चालीसा का 11 बार बोल बोलकर जाप करना;- 06 FACTS;- 1-ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव के रूद्र अवतार भगवान हनुमान है। जो कोई भी व्यक्ति भगवान हनुमान के भक्त होते हैं, उन्हें अपने आप ही बल, बुद्धि और विद्या तीनों ही मिलती है। इसीलिए कहा भी जाता है कि बच्चे को शुरू से ही हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए आदत डाली जाए।तुलसीदास जी की लिखी हनुमान चालीसा सबसे शक्तिशाली और लोकप्रिय मानी जाती है।क्योंकि हनुमान चालीसा ना केवल कॉन्फिडेंस को बूस्ट करता है बल्कि बुद्धि को भी प्रखर और प्रचंड बनाता है। जिसकी बुद्धि कमजोर हो तो चाह कर भी कुछ प्राप्त नहीं कर सकता है जो केवल भगवान हनुमान की कृपा से प्राप्त हो सकती है। इसीलिए जो हनुमानजी के भक्त होते हैं उन पर आसानी से कोई भी तंत्र क्रिया नहीं कर सकता है। क्योंकि जो कोई भी व्यक्ति भगवान हनुमान की भक्ति में लीन रहता है, हनुमान चालीसा पढ़ता है या बजरंग बाण का पाठ भी करता है। उसकी बुद्धि अपने आप ही प्रचंड हो जाती है और फिर वह जो चाहे अपने जीवन में प्राप्त कर सकता है। काफी लोग हनुमान चालीसा को नित्य प्रतिदिन बिल्कुल नियम से पढ़ते हैं। अगर आप अपने जीवन में कोई भी पूजा-पाठ बिल्कुल भी नहीं करते हैं, लेकिन एक हनुमान चालीसा रोज पढ़ते हैं तो इससे सभी मित्र आप की रक्षा करते हैं।

2-मित्र आपके साथ होते हैं। सभी कुलदेवी ,कुलदेवता आप की मदद करते हैं। हनुमान जी से संपूर्ण नौ ग्रह भी बंधे हुए रहते हैं। इसीलिए नौ ग्रह भी ऐसे व्यक्ति का कोई भी अनिष्ट नहीं कर सकते हैं। लेकिन जो प्रयोग और उपाय हम आपको बताएंगे इतना ज्यादा खास है कि जैसे ही इसे आप करना शुरू करेंगे। अपने अंदर एक गजब की अद्भुत शक्ति को स्वयं ही महसूस कर पाएंगे क्योंकि यह उपाय प्रयोग इतना ज्यादा खास है कि आपने कभी भी इस प्रयोग के बारे में सुना ही नहीं होगा । पानी में एक अद्भुत शक्ति होती है यानी कि यह आपकी बातों को समझता है। अपने अंदर मेमोरी स्टोर करके रखता है। हमें उस घर के पानी को बिल्कुल भी ना पिया करें जहां पर लोग बहुत ज्यादा दुखी, परेशान रहते हैं क्योंकि वहां का जो पानी होता है, उसी प्रकार के लोगों की मेमोरी होती है। जैसे लोग वहां पर रह रहे होते हैं। पानी शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और बेहद आवश्यक भी है। शरीर के 75% बिल्कुल पानी होता है बल्कि पानी इस दुनिया की एक ऐसी चीज है जिसके बिना इंसान रह ही नहीं सकता है और पानी को रिप्लेस करने वाली कोई दूसरी चीज नहीं है । खाने को ऑफ रिप्लेस कर सकते हैं। पत्तों की जगह फलों खाकर भी जीवित रह सकते हैं, लेकिन पानी के बिना कोई भी इंसान नहीं रह सकता है।

3-इसीलिए पहले के जमाने में जो ऋषि मुनि होते थे, वह अपने कमंडल में जल रखते थे और उस जल को हाथ में लेकर जिसे भी कोई वरदान देते तो तुरंत सेंड हो जाता क्योंकि वे अपने तपोबल से जल को सिद्ध करके रखते थे। उसमें अद्भुत शक्ति विराजमान होती है कि अगर वे किसी का उद्धार करना भी चाहे या किसी को दान देना चाहे तो मैं केवल थोड़ा सा जल लेकर सीधे उस पर मार कर सामने वाले व्यक्ति का कल्याण कर देते थे । मंदिरों में तो चरणामृत बांटा जाता है। वह इसीलिए बांटा जाता है क्योंकि मंदिर में जो मंत्रों का जाप होता है, पूजा पाठ होता है। उसी चीज की पूर्ण मेमोरी जल में विराजमान होती हैऔर जैसे ही आप इसे ग्रहण करते हैं। तुरंत ही यह आपके अंदर अद्भुत परिवर्तन लाता है। हनुमान चालीसा का प्रयोग जल पर करने, पढ़ कर पीने से संपूर्ण प्रकार के रोग ,कष्ट ,सभी दुख चिंताएं मिटाई जा सकती है। हनुमान जी को संकट मोचन कहा जाता है और जो भगवान हनुमान के भक्त हैं, सौभाग्यशाली होते हैं क्योंकि उनमें एक अद्भुत ज्ञान की प्राप्ति निश्चित ही होती है। कोई भी ऐसा भगवान हनुमान का भक्त नहीं होता है तो बुद्धि से कमजोर हो। सभी भगवान हनुमान के भक्त बल , बुद्धि और विद्या तीनों ही चीजों से संपूर्ण पाए जाते हैं।अगर आपके घर में कोई ऐसा व्यक्ति है जो बीमार पड़ता रहता है या आपको ही कुछ ना कुछ हमेशा होता रहता है ।तो आपको केवल इस प्रयोग को करना है।

4- इस प्रयोग को करने के लिए सिर्फ इतना करना है कि एक लाल रंग की कांच की या तांबे की बोतल आपको लेनी है। अगर आपको लाल रंग की कांच की बोतल नहीं मिल पाती है तो आप किसी भी रंग की कांच की बोतल ले सकते हैं। बिल्कुल ट्रांसपेरेंट जो बड़ी आसानी से सबके घर में होती हैं। प्लास्टिक की बोतल का इस्तेमाल ना करें।ऐसी बोतल को लेकर आपको उसमें जल भर देना है। अपने घर का ,आरो से या जो भी जल भर के अपने घर के मंदिर में भगवान हनुमान के सामने स्थापित करके रख दें। आप उसके आसपास 4 घर के शुद्ध गाय का घी / तिल/ सरसों के तेल के दिए जला दें और यह दिए आपको उसके चारों तरफ अर्थात चारों दिशाओं में जलाना है और वहां पर बैठकर शांति से आपको हनुमान चालीसा का पाठ आंखें बंद करके करना है। अगर आप 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं तो बेहद अच्छा है नहीं तो केवल एक बार के पढ़ने से भी इसके अद्भुत लाभ मिलते हैं। इस प्रकार हनुमान चालीसा को पढ़ने के बाद आपको जल को पीना है और यह क्रिया रोज नित्य प्रतिदिन बिल्कुल 11 दिन तक लगातार करनी है। ऐसा करने से सभी रोग जो आपके शरीर में वास करते हैं, वह बिल्कुल निकल जाते हैं । इस अभिमंत्रित जल को वहां पर भी मिलाया जा सकता है जहां से पूरा दिन पानी पीने वाले हैं। बस इस प्रकार का 11 दिन करते हैं तो संपूर्ण प्रकार के रोग समाप्त होती है।

5- अगर आपके जीवन में कर्ज की समस्याएं हैं या नौकरी आपको बिल्कुल भी प्राप्त नहीं हो पा रही है तो जिस विधि से जल को अभिमंत्रित करना आपको पता है उस विधि से आप जल अभिमंत्रित करके रोज पीना शुरू करें और भगवान हनुमान का नित्य प्रतिदिन ध्यान करना शुरू करें। जो भी कष्ट आपके दिमाग में चलता है। उससे निश्चित ही राहत मिलती है। भगवान हनुमान कलयुग में मौजूद जागृत देवता है। जैसे ही आप उनका ध्यान करते हैं, वह आप से तुरंत ही कनेक्ट हो जाते हैं और अगर आप गहराई में बैठकर ध्यान करते हैं तो आपसे बातें भी करने लग जाते हैं। काफी लोगों के साथ ऐसा होता भी है।पानी को चारों दिशाओं में घेरकर हनुमान चालीसा को पढ़ने से जल हनुमान चालीसा की शक्तियों से संपूर्ण हो जाता है ।वास्तव में, जल हर प्रकार के मंत्र को एम्प्लीफाई करने की ताकत रखता है जैसे कि अगर आप हनुमान चालीसा पढ़ते हैं तो अपने आप में ही बहुत अधिक शक्तिशाली है। लेकिन अगर जल भी इसी प्रकार ग्रहण करते हैं तो 21 दिन में वह जल आप हनुमान चालीसा से बना रहे हैं। वह जल आपके शरीर का हिस्सा बन जाता है। वैसे ही हनुमान चालीसा आपकी शरीर का हिस्सा बन जाता है तो कोई भी रोग,कोई भी कष्ट कोई भी समस्याएं आपके जीवन में नहीं आ सकती हैं।

6- जो लोग भूत-प्रेत आदि की समस्याओं से परेशान रहते हैं, जिन पर काला जादू, तंत्र क्रियाएं आदि बहुत अधिक होती हैं तो उनके साथ होता यह है कि वह कोई भी प्रकार के मंत्र जाप, कोई भी पूजा-पाठ आदि कर नहीं पाते हैं क्योंकि जैसे ही करना शुरू करते हैं उन्हें तरह-तरह की आवाजें ,तरह-तरह की चीजें दिखाई दे। बहुत लोगों की समस्याएं हमेशा ही बनी रहती हैं तो अगर आप हनुमान चालीसा पाठ कर के जल को अभिमंत्रित कर सकते हैं तो ज्यादा अच्छा है। लेकिन आप किसी से करवा भी सकते हैं जैसे कि जो व्यक्ति आपके घर में बिल्कुल ठीक हो। जैसे ही जल को आप ग्रहण करेंगे। तुरंत ही सभी प्रकार के नकारात्मक ऊर्जाये डरकर भागती है। बिल्कुल भी परेशान नहीं करती । हनुमान चालीसा नित्य प्रतिदिन पढ़कर 11 बार पानी में करके ऐसे व्यक्ति को पिलाया जाए तो पहले ही दिन से बिल्कुल ठीक होने लग जाता है । केवल 11 बार ही हनुमान चालीसा को पढ़ना है। आप इस चीज को स्वयं खुद करके देखें । जब भी आपको कोई परेशान करता है, कष्ट जीवन में आता है तो तुरंत आप कहीं भी बैठ जाएं क्योंकि काफी लोग ऐसे होते बताते हैं कि आसन पर नहीं बैठ सकते।तोआप कहीं भी बेड पर ,चेयर आदि पर बैठ कर हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं। 11 बार आधे घंटे में बिल्कुल बड़ी आसानी से हो जाता है।

इस बात का ध्यान रखें कि मन में बिल्कुल भी नहीं पढ़ना है। बस उसे पढ़कर पानी को पीना आप शुरू करें और खुद देखें। तुरंत आपको ऐसा लगेगा कि कोई ना कोई आपकी मदद के लिए आ गया है।यह प्रयोग बिल्कुल चमत्कारी रूप से कार्य करता है।एक सीक्रेट..जब भी पाठ करे अंत में जब लाइन आए तुलसीदास सदा हरि चेरा , तुलसीदास जी की जगह अपना नाम ले । आप के पाठ का फल आप को ही मिलेगा। तुलसीदास जी को नहीं। ....SHIVOHAM.....


Comments


Single post: Blog_Single_Post_Widget
bottom of page